पेट स्कैन से होने वाले साइड इफेक्ट्स और उनसे बचाव के उपाय
पेट स्कैन (PET Scan) या पॉज़िट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी एक उन्नत चिकित्सा इमेजिंग तकनीक है, जिसका उपयोग मुख्य रूप से कैंसर, हृदय रोगों और मस्तिष्क विकारों का निदान करने के लिए किया जाता है। यह शरीर के अंदर की छवियों को उत्पन्न करता है, जिससे चिकित्सकों को रोग की स्थिति और उसकी प्रगति का आकलन करने में मदद मिलती है। हालांकि, किसी भी चिकित्सीय प्रक्रिया की भांति, पेट स्कैन से भी कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जिनसे बचाव के उपाय अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
पेट स्कैन के संभावित साइड इफेक्ट्स
एलर्जिक रिएक्शन: कुछ लोगों में रेडियोएक्टिव ट्रेसर के प्रति एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है। यह त्वचा पर लाली, खुजली या सूजन के रूप में प्रकट हो सकता है।
अस्थायी शारीरिक असुविधा: ट्रेसर के इंजेक्शन से कुछ लोगों को दर्द, सूजन या चुभन महसूस हो सकती है।
रेडिएशन एक्सपोजर: पेट स्कैन में रेडियोएक्टिव मटेरियल का उपयोग होता है, जिससे शरीर को कुछ मात्रा में विकिरण का सामना करना पड़ता है। हालांकि यह मात्रा बहुत कम होती है, लेकिन यह लंबे समय में कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है।
गर्भावस्था और स्तनपान: गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए पेट स्कैन की सिफारिश नहीं की जाती है क्योंकि रेडियोएक्टिव सब्सटेंस भ्रूण या शिशु के लिए हानिकारक हो सकता है।
साइड इफेक्ट्स से बचाव के उपाय और सावधानियां
एलर्जी की जानकारी दें: यदि आपको किसी भी प्रकार की एलर्जी है, तो स्कैन से पहले अपने डॉक्टर को अवश्य बताएं। इससे डॉक्टर को उपयुक्त सावधानियां बरतने में मदद मिलेगी।
हाइड्रेशन: स्कैन से पहले और बाद में पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से ट्रेसर को शरीर से जल्दी निकालने में मदद मिलती है।
स्तनपान और गर्भावस्था: यदि आप गर्भवती हैं या स्तनपान करा रही हैं, तो पेट स्कैन करवाने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करें। आपका डॉक्टर आपको उपयुक्त सलाह देगा।
रेडिएशन एक्सपोजर को कम करें: यदि आपको बार-बार पेट स्कैन की आवश्यकता होती है, तो अपने डॉक्टर से वैकल्पिक इमेजिंग टेस्टों के बारे में पूछें जो कम रेडिएशन का उपयोग करते हों।
निर्देशों का पालन करें: पेट स्कैन से पहले और बाद में अपने डॉक्टर या टेक्नीशियन द्वारा दिए गए निर्देशों का सख्ती से पालन करें।
निष्कर्ष:
पेट स्कैन एक महत्वपूर्ण चिकित्सीय प्रक्रिया है, जिसके द्वारा कई गंभीर बीमारियों का निदान संभव है। हालांकि इससे कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, परंतु उचित सावधानियों और बचाव के उपायों के माध्यम से इन्हें कम किया जा सकता है। अपने चिकित्सक से खुलकर बात करें और स्कैन से पहले और बाद में उनके निर्देशों का पालन करें। यदि आपको कोई भी चिंता या सवाल हो, तो आप इस नंबर 9950059980 पर कॉल करके सलाह ले सकते है।